बाड़मेर और धौलपुर कलेक्ट्रेट को बम से उड़ाने की धमकी, खाली कराए जा रहे दोनों कैंपस, मौके पर पुलिस मुस्तैद

Rajasthan News: राजस्थान में धौलपुर और बाड़मेर कलेक्ट्रेट को बम से उड़ाने की धमकी भरे ईमेल मिलने से हड़कंप मच गया, जिसके बाद परिसर खाली कराकर डॉग स्क्वायड से तलाशी कराई गई.

बाड़मेर कलेक्ट्रेट
बाड़मेर कलेक्ट्रेट
social share
google news

Rajasthan News: राजस्थान में एक बार फिर बम धमकी वाले ईमेल से प्रशासन में हड़कंप मच गया है. ताजा मामला धौलपुर जिला कलेक्ट्रेट से जुड़ा है जहां कलेक्ट्रेट को बम से उड़ाने की धमकी मिलने के बाद पूरे कैंपस को खाली करा लिया गया. हालात की गंभीरता को देखते हुए कलेक्ट्रेट से सटे एसपी कार्यालय को भी तुरंत खाली कराया गया.

धमकी मिलते ही पुलिस और प्रशासन अलर्ट मोड में आ गया. भरतपुर से डॉग स्क्वायड टीम को मौके पर बुलाया गया और पूरे परिसर में सघन तलाशी अभियान शुरू किया गया. 

बाड़मेर कलेक्ट्रेट को भी RDX से उड़ाने की धमकी

धौलपुर से पहले बाड़मेर जिला कलेक्ट्रेट को भी इसी तरह की धमकी मिली थी. दरअसल बाड़मेर में करीब 10:45 बजे धमकी भरा ईमेल आया था. जिसमे कहा गया था कि 12 बजे बाड़मेर कलेक्ट्रेट को आरडीएक्स इसके बाद कलेक्ट्रेट परिसर को तुरंत खाली करा दिया गया और सर्च ऑपरेशन शुरू किया गया. मेल में दावा किया गया कि इन जगहों पर तीन RDX बम लगाए गए हैं और दोपहर 12 बजे तक विस्फोट हो सकता है.

यह भी पढ़ें...

डॉग स्क्वायड और एजेंसियां जुटीं जांच में

बाड़मेर में कलेक्टर के पीए द्वारा मेल की जानकारी दिए जाने के बाद पुलिस, डॉग स्क्वायड और अन्य सुरक्षा एजेंसियां मौके पर पहुंचीं. आम लोगों को बाहर निकालकर पूरे परिसर की गहन तलाशी ली जा रही है.

पहले भी मिल चुकी हैं ऐसी धमकियां

गौर करने वाली बात यह है कि 2-3 दिन पहले बारां जिला कलेक्ट्रेट को भी इसी तरह की बम धमकी मिल चुकी है। लगातार मिल रही धमकियों के चलते राज्यभर में सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हो गई हैं.

फिलहाल सभी जगहों पर तलाशी अभियान जारी है और पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि ये धमकियां शरारत हैं या किसी बड़ी साजिश का हिस्सा. प्रशासन ने लोगों से अफवाहों से दूर रहने और शांति बनाए रखने की अपील की है.

इनपुट- उमेश मिश्रा

ये भी पढ़ें: 'स्मार्टफोन नहीं चलाएंगी महिलाएं, उन्हें लत...', राजस्थान के 24 गांवों में सुनाया गया तुगलकी फरमान, अब मचा घमासान

    follow on google news