Charchit Chehra: कौन हैं कांग्रेस सांसद इमरान मसूद, जिनके प्रियंका गांधी को लेकर दिए बयान के बाद गरमाई राजनीति?
Charchit Chehra: यूपी के सहारानपुर सीट से सांसद इमरान मसूद के प्रियंका गांधी को प्रधानमंत्री बनाने वाले बयान के बाद सियासत गरमा गई है. राहुल गांधी बनाम प्रियंका गांधी की बहस को हवा देने वाले इस बयान पर बीजेपी ने कांग्रेस की अंदरूनी कलह पर सवाल खड़े कर दिए हैं. चर्चित चेहरा के इस एपिसोड में जानिए पूरी कहानी.

Charchit Chehra Imran Masood: लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी देश की सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी कांग्रेस में प्रधानमंत्री पद के दावेदार माने जाते हैं, लेकिन पिछले कुछ घंटों से उनकी जगह प्रियंका गांधी ज्यादा चर्चा में आ गई हैं. वजह है सहारनपुर से कांग्रेस सांसद इमरान मसूद का एक बयान, जो जबरदस्त तरीके से वायरल है और मानो तो बीजेपी को भाई राहुल और बहन प्रियंका में फूट डालने का मानों मौका मिल गया हो. बात हो रही है कि भाई की जगह बहन को दी जाएगी और जिस पोजिशन की बात हो रही है वो देश के प्रधानमंत्री पद की दावेदारी का है. दरअसल इमरान मसूद ने एक ऐसा बयान दिया है जो कांग्रेस पार्टी के लिए अच्छे संकेत तो बिल्कुल नहीं दे रहा है, तर्क-वितर्क निकल रहे हैं, तरह-तरह की बातें हो रही है.
चर्चित चेहरा के इस एपिसोड में आज जानेंगे कौन हैं घाट-घाट का पानी पीकर राजनीति के धुरंधर बने इमरान मसूद जो पीएम मोदी पर बोटी-बोटी वाले बयान के बाद जीते साहरनपुर का चुनाव, अब क्या है ताजा मामला, आखिर क्यों प्रियंका गांधी पर दिए एक बयान को बीजेपी ने लपक बना दिया इतना बड़ा मुद्दा...
बीजेपी ने कांग्रेस के आंतरिक कलह पर उठाया सवाल
सहारनपुर से कांग्रेस के चर्चित सांसद इमरान मसूद के सोमवार को प्रियंका गांधी पर दिए एक बयान से फंस गए हैं और बीजेपी ने उनकी ये बात लपक ली है. बयान भी ऐसा जिससे कांग्रेस में आंतरिक कलह की बात उठ रही है. ऐसा इसलिए क्योंकि अपने एक बयान में इमरान मसूद ने कह दिया कि आप प्रियंका गांधी को प्रधानमंत्री बनाइए और फिर देखिए. इस पर बीजेपी लगातार कांग्रेस और राहुल गांधी को घेर रही है कि राहुल गांधी ने जनता, पार्टी सदस्यों और कांग्रेस मुख्यालय का समर्थन खो दिया है. बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने कहा कि कांग्रेस में आंतरिक कलह चल रही है.
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इमरान ने ऐसा क्या कहा?
इमरान के बयान से राजनीति गरमा गई है. लेकिन इमरान का ये बयान रिपोर्टर के प्रियंका के बांग्लादेश वाले मुद्दे पर संसद में बोलने वाले सवाल का जवाब था, जहां प्रियंका गांधी ने केंद्र सरकार से बांग्लादेश में हिंदू युवक दीपू चंद्र दास की मौत के बाद हिंदू, ईसाई और बौद्ध अल्पसंख्यकों के खिलाफ बढ़ती हिंसा का संज्ञान लेने का आग्रह किया था. इस पर पूछे गए सवाल का जवाब इमरान मसूद ने ये कहते हुए दिया कि क्या प्रियंका गांधी प्रधानमंत्री हैं? उन्हें प्रधानमंत्री बनाओ और देखो वो इंदिरा गांधी की तरह कैसे जवाब देंगी. वो प्रियंका गांधी हैं, उनके नाम के पीछे गांधी लगा है.
इमरान के इसी बयान के बाद प्रियंका के पति रोबर्ट वाड्रा के दिए बयान से और बवाल खड़ा हो गया, जो कहीं न कहीं इमरान की बात का समर्थन जैसा लगा और बीजेपी को कांग्रेस को घेरने का मौका मिल गया. रोबर्ट वाड्रा ने कहा था कि कि प्रियंका का राजनीति में एक उज्ज्वल भविष्य है और एक समय आएगा जब लोग उन्हें शीर्ष पद पर देखना चाहेंगे.
बवाल बढ़ा तो इमरान ने दी सफाई
वहीं ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के कहने पर इमरान मसूद की तरफ से यह स्पष्टीकरण दिया गया है. मसूद के बयान से जो भ्रम पैदा हुआ था, उसे दूर करने की कोशिश की गई है. अपने इस बयान में इमरान ने कहा कि राहुल और प्रियंका एक चेहरे पर दो आंखों के जैसे हैं. उनका बयान प्रियंका पर पूछे गए सवाल का जवाब था. उनका कहना साफ था कि प्रधानमंत्री के नाम के आगे अगर गांधी होता तो आज ये हालात न बनते और राहुल गांधी हमारे सबके नेता हैं.
'बोटी-बोटी कर डालेंगे'
वैसे ये पहली बार नहीं था जब इमरान ने कोई विवादित बयान दिया हो, इससे पहले साल 2014 में पीएम नरेंद्र मोदी को लेकर 'बोटी-बोटी' वाला बयान दिया था, जिसके बाद वो चर्चा में आए थे. 2014 में इमरान मसूद ने भरी सभा में बीजेपी के पीएम उम्मीदवार नरेन्द्र मोदी के खिलाफ उन्होंने कहा था कि गुजरात में चार परसेंट मुसलमान हैं, यहां 40 परसेंट. नरेंद्र मोदी यहां आ जाएं, तो उनकी बोटी-बोटी कर डालेंगे. इस बयान को लेकर मसूद के खिलाफ सहारनपुर की देवबन्द कोतवाली में FIR दर्ज कराई गई थी जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया था.
इमरान मसूद और राजनीतिक सफर
सहारनपुर के गंगोह इलाके से आने वाले इमरान मसूद के परिवार की गिनती प्रभावशाली परिवारों में होती है. अप्रैल 1970 में सहारनपुर जिले के गंगोह इलाके में जन्मे इमरान साल 2006 में सहारनपुर नगर पालिका के चेयरमैन का चुनाव जीते. साल 2007 विधानसभा चुनाव में उन्होंने सपा से टिकट मांगा, लेकिन जब सपा ने उन्हें टिकट देने से मना किया, तो वो मुजफ्फराबाद विधानसभा से निर्दलीय लड़े और जीते भी. फिर साल 2007 से लेकर 2012 तक वो विधायक रहे. इसके बाद उन्होंने साल 2012 में विधानसभा चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस का दामन थामा.
कांग्रेस ने उन्हें नकुड़ विधानसभा से टिकट भी दिया, मगर उन्हें इस चुनाव में हार का सामना करना पड़ा. फिर उन्होंने साल 2014 में पाला बदला और वह सपा में शामिल हो गए. सपा ने उन्हें साल 2014 में सहारनपुर से लोकसभा टिकट भी दिया, मगर वो यहां भी चुनाव हार गए. साल 2017 में एक बार फिर से उन्होंने कांग्रेस में लौटने का फैसला किया. वो इस पार्टी में पांच साल तक रहे, मगर उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से ठीक पहले जनवरी 2022 में समाजवादी पार्टी का दामन थाम लिया था. फिलहाल वो कांग्रेस की तरफ से उत्तर प्रदेश की सहारनपुर सीट से सांसद हैं. हालांकि बीते सालों में जिस तरह से इमरान ने पार्टियां बदली इसलिए कह जा सकता है कि उन्होंने घाट-घाट का पानी पिया है.
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